Virtual School Functioning
Academics
We are back to school with rejuvenated energies post the awaited Winter Break. Students of X and XII have finished with their first Pre Board and are preparing for their practical and Pre-Board-II.
We are collaborating with the NaPSAT Team to work on STEM Programs.
Students are enjoying “SHINING NALLASOPARA” 5 webinar series by Team Williboards by industry experts.
My Good School Activities
Sports Quiz, GK Quiz, Personal Hygiene & Health Awareness Projects, live Tinkering sessions are the part of My Good School Activities.
Professional Development
E-Learning session was conducted by Jitendra Suthar, our Techno expert on 09th Jan,2021 for enhancing E-Learning tools. Our Tech Team has created DLT App of all the Apps we use.
Fabindians Radio Club is working on creating channels dedicated for English , Hindi, Mathematics, Social Studies, Sports & Technology.
Educators are reading and discussing the Fifth Chapter `Handling Pressure` (II week of the Cycle- Communicating. Educators are discussing, talking and sharing experiences relating the chapter)
Edthena: Educators are uploading videos on Edthena. (Fourth Chapter `Courage’)
Posts from our Educators
Courage
If I will ask all of you if you are fearful of anything in life? I am sure the answer will be a big yes. We all know that fear is a feature built-in every human. We all are fearful of many things in life, such as exams, career, future, marriage, life challenges, etc. And there comes the role of courage.
Courage is a necessity to overcome fear and achieve the desired goal. Risk is one important factor that can completely turn your life towards a new direction in a moment. And that risk is pushed into your guts by courage. There is a difference between being fearless or being courageous. Courageous is not just fearless but also ready to take any kind of risk to achieve what he/she wants. Courage not only makes you brave enough for risky situations, but it also boosts your confidence to the alpha level. It helps you to speak your heart, to tear your fear apart. It makes you limitless. It helps you to live the life of your choice.
Deep inside our heart, we all know that every single step in life takes courage to accomplish.
For instance:- i. It takes courage to slap your lazy head and wake up at 4 o'clock in the morning to study for exams.
It takes courage to start a business from scratch and live the life of a struggle. It takes a lot of courage in life to speak what you want to speak or do what you want to do.
Winston Churchill once said, “Courage is what it takes to stand up; courage is also what it takes to sit down and listen”. So courage is very essential in our life.
Nikita Rajpurohit
विज्ञान और मानव कल्याण
‘विज्ञान’ का शाब्दिक एवं वस्तुगत अर्थ है किसी विषय का विशेष और क्रियात्मक ज्ञान। क्रियात्मक ज्ञान होने के कारण ही विज्ञान अपने अन्वेषणों-अविष्कारों के रूप में मानव को कुछ दे सकता या वर्तमान में दे रहा है। विज्ञान भौतिक सुख-समृद्धियों का मूल आधार तो है, पर आध्यात्मिक सिद्धियों-समृद्धियों का विरोधी कदापि नहीं है। फिर भी कई बार क्या अक्सर विज्ञान को धर्म और अध्यात्मवाद का विरोधी समझ लिया जाता है।
जबकि वस्तु सत्य यह है कि धर्म और अध्यात्म-भाव को वैज्ञानिक दृष्टि और विश्लेषण-शक्ति प्रदान कर विज्ञान मानव के हित-साधन में सहायता ही पहुंचाता है। विज्ञान ने उन अनेक रूढ़ियों और अंधविश्वासों पर तीखे प्रहार किए हैं, जिनकी भयानक जकड़ के कारण मानव-प्रगति के द्वार अवरुद्ध हो रहे थे। चेतना कुण्ठित होकर कुछ भी कर पाने में असमर्थ हो रही थी। यह विज्ञान की ही देन है कि आज हम अनेक विभ्रांत धारणाओं के चक्र-जाल से छुटकारा पाकर मानव की सुख-समृद्धि के लिए अनेक नवीन प्रगतिशील क्षितिजों के उदघाटन में समर्थ हो पाए हैं। ऊंच-नीच, जाति-पाति, छुआछूत, आदि अनेक धार्मिक धारणाओं में हमें विज्ञान ने ही मुक्ति दिलवायी है। हम आज खुले मन-मस्तिष्क से सोच-विचार सकते हैं, खुले वातावरण और वायुमंडल में सांस लेकर जी सकते हैं। आज हमारी मानसिकता को अनेकविध व्यर्थ भय के भूत आतंकित नहीं किए रहते। हम किसी भी बात का निर्णय खुले मन-मस्तिष्क से करके अपने व्यवहार को तदनुकूल बना पाने में समर्थ हैं। मानव-कल्याण के लिए इन सब बातों को हम आधुनिक विज्ञान की कल्याणकारी देन निश्चय ही मान सकते हैं।
ज्ञान-विज्ञान की नित नई उपलब्धियों के कारण ही आज शिक्षा का विस्तार संभव हो सका है। मानव को नई और सूझ-बूझपूर्ण आंख मिल सकी है। ज्ञान-विस्तार और मनोरंजन के विभिन्न क्षेत्र एवं संसाधन प्राप्त हो सके हैं। वह गांव-सीमा से उठकर नगर, नगर-सीमा से ऊपर जिला और प्रांत, फिर राष्ट्रीय और सबसे बढक़र अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं तक अपना, अपने मानवीय संबंधों का निरंतर विकास कर सका है। अनेक प्रकार के संक्रामक एंव संघातक रोगों से भी मुक्ति पाने में समर्थ हो सका है। ऐसा क्या नहीं, जो विज्ञान ने मानव को अपने सुख-समृद्धि और कल्याण के लिए नहीं दिया?
आज आवश्यकता इस बात की है कि हम मानव अपने मन-मस्तिष्क को विशाल, उदार और संतुलित बनाए। निहित स्वार्थों या दंभों को, सभी प्रकार की कुंठाओं को भुलाकर विज्ञान की गाय के बछड़े बनकर उसका दूध पीने-दुहने का ही प्रयत्न करें, जोंक बनकर रक्त चूसने का नहीं। बस-फिर मानवता का कल्याण ही कल्याण है। अन्य कोई उपाय नहीं है कल्याण का।
धन्यवाद,
उस्मान गनी
Tomorrow is not today, Today is not yesterday
The great Buddha once said, “The secret of health for both mind and body is not to mourn for the past, worry about the future, but to live in the present moment wisely and earnestly” Unfortunately, humanity today doesn’t always conform to that statement. The human race generally hates chaos and disorganization in any shape or form. That being said, humans love to plan ahead and look to the past to avoid future mistakes. Typically this is fine to do, since everybody does it at some point in their life, but its when you begin to overthink the events of the past or the future then it becomes a problem.
When you overthink and stress about events in the past then you are unable to move on and it begins to control what you say and do every day in your life. While overthinking the future doesn’t have such dramatic effects, it does create more stress, which is not good for both your mental and physical health. Life moves too fast to be worrying about the past or the future, so just stick to the present because you may end up regretting it later on in life. If you’re always planning ahead and making plans for what you are doing tomorrow, then you are probably doing today what you had planned yesterday, meaning that you aren’t actually living for today, but for tomorrow. That's not living in the moment, not even remotely close.
The past is something that we all dwell on once in a while, but there are some people out there who cannot let go of the past and thus are controlled by it. A normal person typically moves on from the past and leaves it behind them, but some may become traumatized by something that may have happened in their past or may feel like they may be judged because of their past. But this thinking is untrue. As we cannot go and rewind to change the things in past. So nothing to regret about it. Just let go of it. Breathe, restore, reshape and come back harder and stronger. Live every inch of the moment in the present. Be an Emperor of your own life.
Swabhi Parmar
मन के हारे हार है,मन के जीते जीत
यह सत्य पूर्वजों द्वारा कथित है जो कि अभी भी सर्वत्र प्रचलन में है। यह कहावत ये कहना चाहती हैं कि अगर आपको किसी चुनौती का सामना करना पड़े और आपके सामने कोई ताकतवर विपक्ष हो और उस समय आपका मन उसके बारे में क्या सोचता है? अगर आप का मन दृढ़ निश्चय से उसका सामना करे तो उसमें आपकी जीत है और अगर आपने उस क्षण कुछ नकारात्मक सोचा तो हमारी हार निश्चित है। यह सब अपनी सकारात्मक एवं नकारात्मक सोच पर निर्भर है। यदि आपने किसी चीज को पाने की ठानी है और आप उस चीज के बारे में सकारात्मक हो तो आप उस चीज को हासिल कर सकते है। यदि आप नकारात्मक रहे तो आपका मन ही आपको वह कार्य करने से रोकेगा और आपको पराजीत करवाने में आपका साथ देगा।
एक बार दो व्यक्तियों ने एक ही रास्ते पर एक साथ चलना आरंभ किया। एक उत्साह से भर मंजिल की तरफ खुशी से बढ़ रहा था, दूसरा मार्ग की परेशानियों व रास्ते की दूरी को नाप रहा था। कुछ ही देर में वह मन से हताश हो गया और उसे चलना कठिन लगने लगा। वह थक कर बैठ गया और दूसरे से बोला क्या तुम और चल सकते हो। मैं तो बुरी तरह थक गया रास्ते में परेशानियां भी बहुत हैं तो मैं आगे नहीं जाऊंगा। दूसरा बोला - मुझे तो कोई थकावट या परेशानी नहीं है और अभी तो थोड़ा सा चला हूं मैं तो मजे करते-करते यूं ही रास्ता पूरा कर लूंगा। वह उस कार्य में सफल होता है, जबकि निराश व्यक्ति असफल। इसमें हमें यह शिक्षा मिलती हैं कि जो व्यक्ति मन से हताश हैं उसका शरीर भी साथ नहीं देता। संसार का प्रत्येक कार्य मन के खेल पर आधारित है जिस कार्य को करने में मन खुशी महसूस करता है वह कठिन होते हुए भी सरल लगने लगता है। मान लिया हो कि वह फलां काम कठिन है नहीं होगा तो आसान से आसान काम भी करना असंभव लगता है। कोई भी काम या कैसा भी क्षेत्र हो मेहनत तभी सफल होती हैं जब मन में जीत का उत्साह हो, खुशी हो।
कितनी बार यह देखने को मिलता है शारीरिक रूप से कमजोर व्यक्ति भी ऐसा काम कर देता है कि देखने वाले दांतो तले उंगली दबा देते हैं। मन की मजबूती सफलता का द्वार खोलती है, मुश्किल से मुश्किल परिस्थिति में भी मन को हतोत्साहित नहीं होने देती हैं और वह व्यक्ति शीघ्रता से उस हालात पर काबू कर कर लेता है और अपनी मनचाही जीत का रास्ता प्रशस्त कर लेता है। मन में अगर विश्वास हो तो छोटा सा काम भी बड़े से बड़ा काम भी आसान हो जाता है मन में जो शक्ति हैं वह अद्भुत शक्ति है। किसी ने ठीक ही कहा है : " मन के हारे हार है मन के जीते जीत......."
उर्मिला राठौड़
Quality
Quality is an essential value in our life. It is an important aspect of one’s life. Quality makes a person’s life special because all we know his/her about character, behaviour, and attitude regarding society and nation, such an example was our former President Dr A.P.J.Abdul Kalam.
“The happiness of your life depends upon the quality of your thought. The quality of your thought depends on the pe outshine, tecnology, ople whom you meet in your life.”
For the success of an organization different important elements are required like skills, knowledge, ability, objectives, aims, human resources or power and quality from establishing to control.
Quality is an essential parameter which helps organizations outshine their competitors and survive the fierce competition.
We need friends of good quality in our life. They help us in many ways like they help us to understand the value of time, thing etc, they guide us in a difficult situation. Good quality friends encourage and motivate us.
You will get all you want in life if you help enough other people get what they want. It is only possible by your own qualities which make it possible. It develops an attitude of gratitude for everything that happens in your life. So, try to improve your abilities in good quality, which makes you special in others life. Achieving quality can make yourself and others feel good inside.
Courtesy: brainyquote.com
PUNITA CHOUHAN
Posts from our Students
TECHNOLOGY
The technology is the heart of human progress in the world of today. We have been witnessing the marvelous benefits of technology in our lives. It has become the part of parcel of our lives. In every walk of our life, we are deeply influenced by the impacts of technology. Technology is the use of knowledge to create something to enhance life. All the equipments used in our daily lives are by the product of the technology.
Simply we can say that technology is the scientific knowledge used to produce machines and devices that can be used to provide different services and make our lives convenient and easy.
The technology had also caused depletion of natural resources and many health issues growing with the increase in technology. Technology had also caused unemployment because the work which was once done manually is being done with the help of machines. The excessive use of technology had also reduced physical activities.
So we can say that technology is a curse as well as boon.
Puran Choudhary
Class VIII B
कविता - सर्दी के दिन
कोहरे के जाल, सूर्य को बहुत-बहुत उलजाते।
ठंड में 15 दिनों की छुट्टी पड़ी तो, घर में बच्चों की मनमानी चली
सर्दी के मारे शरीर कंपकंपाया, जब रात हुई तो 'तपनिया ' जलाया।
सर्दी के मौसम में पतंगों का त्योहार आया, तब तब बच्चों को खूब मजा आया
रात रजाई दो - दो ओढ़े, ऊनी कपड़े बहुत लुभाते
खा पोहे और दूध, जलेबी, चाय, दूध, कॉफ़ी सुहाते
खिड़की खुले तो दौड़कर बंद कर परदा चढ़ाते
ठंड में मां बहुत ख्याल रखती, ठंड लग जाएगी, बाहर मत जाना की नसीहत देती
लेकिन अब यह जवानी बहुत सताती, गर्मी हो या ठंड रोज ऑफिस का रास्ता दिखाती।
नकुल वैष्णव
कक्षा - VII ब
Path to success in life
Your path to success is something which you must create for yourself. One of the biggest key to success is to love what you do. You already have motivation, inspiration and commitment to support you from the outset and nobody else can really tell you what will make you happy and nobody can tell you the best way for you to go about creating the life you really want . Success doesn't happen by accident.Success happens when you decide what you want, you make a plan to go after it and you follow through on the plan until you have created the result you are after.There is one key point in that which escapes most people-you decide what you want, you are the one who must determine your path to success in life because it is you who must decide what constitutes success in your life. There are billions spend around the world each year by people who are desperately trying to become more successful. They focus on strategies but fail to realise that strategies cannot help them if they do not really know what they want. You cannot walk on your path to success in life until you have built that path and you cannot build your path to success in life until you know your desired destination.
Komal Kanwar
Class- VIII A
COVID -19 (NOVEL CORONA VIRUS)
Most people infected with the COVID-19 virus will experience mild to moderate respiratory illness and recover without requiring special treatment. Older people, and those with underlying medical problems like cardiovascular disease, diabetes, chronic respiratory disease, and cancer are more likely to develop serious illness.
The best way to prevent and slow down transmission is to be well informed about the COVID-19 virus, the disease it causes and how it spreads. Protect yourself and others from infection by washing your hands or using an alcohol based rub frequently and not touching your face.
The COVID-19 virus spreads primarily through droplets of saliva or discharge from the nose when an infected person coughs or sneezes, so it’s important that you also practice respiratory etiquette (for example, by coughing into a flexed elbow)
Ramesh Dewasi
Class-IXA
Volume No. 454 Published by The Editorial Board: Mrs Bharti Rao, Mr Krishan Gopal, Ms Swabhi Parmar,
Chief Editor: Diksha Choudhary, Secretary: Uma Choudhary, Joint Secretary: Mansi Choudhary, Editors: Anumesh Rao, Krisha Dave, Puran Choudhary, Jatin Tripash, Diksha Choudhary, Tammana Solanki, Uma Choudhary, Priyanka Deora, Krithika Rajpurohit, & Kunal Rajpurohit.